Best 80+ Attitude Desh Bhakti Shayari in Hindi 2025 |देशभक्ति शायरी हिंदी में:-

Best 80+ Attitude Desh Bhakti Shayari in Hindi 2025भारत माँ की जयघोष हर भारतीय की आत्मा में गूंजती है। शायरी वह माध्यम है जिसके जरिये हम अपने देश के प्रति श्रद्धा, मोहब्बत और अटूट समर्पण को शब्दों में ढालते हैं।देशभक्ति शायरी हमें दायित्वों की स्मृति कराती है और वतन-प्रेम की भावना को और प्रखर तथा ऊर्जावान बना देती है।”वे अमर बलिदानी योद्धा, जिन्होंने वतन की मिट्टी को अपने प्राणों से सींचा, उनके स्मरण पर हृदय सम्मान से भर उठता है और नेत्र कृतज्ञता की नमी से झिलमिला उठते हैं।
हम आपके लिए प्रस्तुत कर रहे हैं देशभक्ति शायरी का विशेष संग्रह, जो आपके हृदय की गहराइयों को स्पर्श करेगा। चाहे अवसर राष्ट्रीय पर्व का हो या वतन-प्रेम अभिव्यक्त करने का, ये शायरियाँ आपके भीतर राष्ट्रप्रेम की चिंगारी को और प्रखर बना देंगी।”इन शायरियों में आज़ादी की सुगंध, शहीदों के अमर बलिदान और मातृभूमि के प्रति असीम स्नेह को भावनाओं की माला में अनमोल मोतियों की तरह पिरोया गया है।
यह संग्रह आपके लिए एक अनोखा माध्यम है, जहाँ आप अपने वतन के प्रति निष्ठा को भावनाओं के रूप में व्यक्त कर, हर भारतीय के मन में गौरव और सम्मान की भावना भर सकते हैं।
Desh Bhakti par Attitude Shayari in Hindi:-
कुर्बानी की तमन्ना अब भी दिल की नसों में बह रही है,
जालिम के हाथों की असली कूवत अब ज़माना देख रहा है।
इस पावन धरती से मोहब्बत कभी घट न सके,
हर हिंदुस्तानी के सीने में वतन का जुनून धड़कता रहे।
हमारी श्रद्धांजलि उन रणबांकुरों के नाम है,
जो मातृभूमि की रक्षा में हँसते-हँसते अमर हो गए।
हमारी हर धड़कन उनका ऋण अदा करने का इरादा है,
जो तिरंगे की आन में अपनी ज़िंदगी वार गए।Attitude

गगन की बुलंदियों तक लहराए तिरंगा शानदार,
जब तक धड़कता है हृदय, रहेगा भारत का आदर-सम्मान अपार।
देश की सुरक्षा ही हमारी सबसे बड़ी पहचान है,
भारत हमारी आत्मा है, हमारी सबसे अनमोल जान है।
वे शूरवीर थे जो पत्थर-से अडिग बन गए,
तिरंगे की छाया में अमर कहानी रच गए।
खून की हर बूँद मातृभूमि पर अर्पित हुई,
हमारे माथे पर देशप्रेम का मुकुट सज गया उसी क्षण।
तिरंगा हमारा गौरव है, अभिमान है, परिचय है,
इसकी हिफ़ाज़त ही हमारे जीवन का वरदान है।
जब तक रगों में अंतिम सांस बहती रहेगी,
भारत माँ की सेवा पर आस्था अटल रहेगी।
इस भूमि की सुगंध से जुड़ी है मेरी हर नस,
हर भोर वतन को करता हूँ दिल से प्रणाम।
जब तक जीवन का प्रवाह चलता रहेगा,
भारत माँ के लिए समर्पण हृदय में पलता रहेगा।
मातृभूमि का प्रेम कभी दिल से न बिछुड़ेगा,
ये वह महक है जो साँसों में सदा गूंजेगा।
जो इस ज़मीं के लिए जीवन समर्पित कर दे,
वही सच्चा अमर शहीद कहलाएगा।Attitude
हमारे तिरंगे की गरिमा को कोटि-कोटि प्रणाम,
इसके लिए हर सिपाही है बलिदान को तैयार।
दुश्मन चाहे कितनी भी साज़िश रचे,
हर जवान वतन पर अपनी जान न्यौछावर कर दे।
हर क़दम पर हमें यही विश्वास जगाता है,
सीमाओं पर खड़ा हर सैनिक देवत्व कहलाता है।
मिट्टी की हर बारीक कण में जो सुगंध बसी है,
उसके लिए लुटा देंगे हम अपनी हर सांस और शक्ति।
शूरों के बलिदान से मिली हमें स्वतंत्रता की भेंट,
उनकी वीरता को है शत-शत नमन।Attitude
हम झुकाते हैं मस्तक उनके समर्पण की निशानी पर,
जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन लिखा मातृभूमि के नाम।

जलती रहेगी शमा इस धरती की मोहब्बत में,
हर रूह में मातृभूमि की धड़कन, हर सांस में इसकी नेमत है।
हँसते-हँसते मिट जाना अगर लाज़मी हो जाए,
तो यही मेरी दुआ, यही मेरी सबसे पाक इबादत है।
सरहद की डगर कोई आँधी थाम न पाएगी,
लहू की हर बूँद इस ज़मीं को महकाएगी।
शहीदों के बलिदान से जगमगाता ये गगन है,
आज़ादी की तहरीर ही हर दिल का लगन है।
जो रातों को जागकर सीमाओं की निगहबानी करता है,
वही असली भारत का सच्चा वारिस कहलाता है।
जो तिरंगे में लिपटकर आख़िरी सफ़र करता है,
उसका पराक्रम सदा इतिहास में दर्ज रहता है।
ख़ुदा करे तिरंगा सदा यूँ ही लहराता रहे,
हर हिंदुस्तानी का मस्तक इज़्ज़त से झुकता रहे।
इस पावन मिट्टी की महक अमर बनी रहे,
जब तक जान है, इसकी हिफ़ाज़त निभाई जाए।
तिरंगा हमारी रूह, हमारी शान-ओ-शौकत है,
हर धड़कन में इसकी परछाईं और पहचान है।
इस धरा पर हँसते-हँसते ढल जाना,
यही मेरी दुआ, यही मेरा असली अरमान है।
वतन की राह में जीना और उसी पर मर जाना,
धरती से मेरा नाता सदा अटल और सुहाना।
हर कतरा-ए-ख़ून इस ज़मीं को अर्पित है,
दिल में देशप्रेम का दिया सदा रोशन है।
जो सब कुछ वार कर जाए, वही अमर कहलाता है,
भारत माँ की गोद में सोना ही सच्चा सपना है।
तिरंगे की छाँव में लिपटना ही आख़िरी तमन्ना है,
वो कफ़न मेरा सबसे प्यारा नगीना है।Attitude
रगों में बहती है हिंद की ख़ुशबू,
हर दिल में बसी है मातृभूमि की आबरू।
मरने के बाद भी मेरा जहां यही रहेगा,
इस मिट्टी से मेरा बंधन कभी न टूटेगा।
सीमाओं पर डटे वीरों को सलाम है हमारा,
उनकी शहादत से रोशन है तिरंगे का सितारा।
जब तक तिरंगा फ़लक पे चमकता रहेगा,
देशभक्ति का नग़्मा हर दिल गुनगुनाएगा।
जब तक रगों में एक कतरा भी बहता रहेगा,
वतन की हिफ़ाज़त में मेरा जज़्बा जिंदा रहेगा।
भारत माँ की सेवा ही मेरी सबसे बड़ी दुआ है,
ये तिरंगा मेरी पहचान और मेरी रूह की सदा है।
आओ फिर से वो मंज़र दिल में ताज़ा करें,
शहीदों की चिंगारी से वतन को रोशन करें।
जिस लहू से हमें आज़ादी की नेमत मिली,
उसकी ख़ुशबू को हर दिल में ज़िंदा करें।

सरफ़रोशी की लपट अब भी सीने में दहकती है,
दुश्मन की असली ताक़त रणभूमि में ही परखती है।
मौक़ा आया तो गगन को भी जता देंगे,
कि दिल में सुलगता जज़्बा हर तूफ़ान से बड़ा है।
इतिहास के अध्याय गवाह हैं इस धरती की आन के,
जहाँ शौर्य की दास्तानें लिखी गईं बलिदान के।
मुझे अभिमान है कि मेरी नसों में वही रक्त बहता है,
जिसमें मातृभूमि की वफ़ादारी और पराक्रम पलता है।
हमसे मत पूछो पहचान कहाँ तलाश की जाए,
हमारी असली शान यही है कि हम हिंदुस्तानी कहलाए।
हर आँगन पर तिरंगा यूँ ही लहराता रहेगा,
जैसे हर हृदय में वतन का प्रेम झिलमिलाता रहेगा।
ना संपत्ति की लालसा, ना नाम की घमंड,
बस चाहिए इस देश में शांति और चिर आनंद।
जब तक सांसें चलेंगी, पहरेदारी करेंगे इस भूमि की,
और जब सांस रुकेगी, तिरंगा बनेगा अंतिम वंदन।
देशप्रेम की ज्योति सदा यूँ ही जलती रहेगी,
जब तक रगों में रक्त की तरल धारा बहती रहेगी।
हम मिटेंगे मगर वचन निभाएँगे,
कि मातृभूमि की सुरक्षा को ही आराधना बनाएँगे।
वो उजाला जो हर कारवाँ को दिशा दिखाए,
वो जुनून जो हँसते-हँसते कुर्बान हो जाए।
हमारे दिलों में वही दीपक जलते हैं,
जो मातृभूमि के प्रति मोहब्बत कहते हैं।
अगर कोई पूछे कि भारत माँ से अनुराग क्या है,
तो कह देंगे यही हमारी आत्मा, यही हमारी सांस है।
इस धरा ने हमारे हर स्वप्न को सँवारा है,
इसी की खातिर हर अरमान सँजोया है।
कोई खरोंच भी न लगे इस वतन की प्रतिष्ठा पर,
वो हीरो अमर हैं जो सीमा पर न्यौछावर कर गए।
हमारी हर धड़कन बस इस मिट्टी के नाम धड़कती है,
यही धरा हमारी आत्मा है, इसी में जीते और सदा यहीं रहेंगे।Attitude
उन शूरवीरों को नमन, जो अमर किंवदंती बन गए,
अपनी आहुति से भारत की पहचान बन गए।
उनकी वीरता पीढ़ी-दर-पीढ़ी गाई जाएगी,
उनकी रोशनी हमेशा राह दिखाती जाएगी।
तिरंगा यूँ ही लहराएगा नभ की ऊँचाइयों में,
हर भारतीय का मस्तक झुकेगा अभिमान की परछाइयों में।
जो मिट गए इस भूमि के प्रेम में,
उनकी यादें अमर रहेंगी हृदय की गहराइयों में।
देशप्रेम का उन्माद सदा रक्त में बहता रहेगा,
हर बूँद इस मातृभूमि पर अर्पित होता रहेगा।
चाहे आँधी आए या शत्रु का सैलाब,
हर सपूत तत्पर रहेगा तिरंगे की शान के साथ।Attitude

जब तक हृदय की धड़कनें सुर में गूंजती रहेंगी,
तिरंगे की शोभा आसमान में लहराती रहेंगी।
भारत माता की मर्यादा पर कभी छाया न पड़े,
हम अपनी हर सांस से उसकी हिफ़ाज़त करेंगे।
वे पराक्रमी थे जो पर्वत-से दृढ़ खड़े रहे,
तिरंगे में लिपटकर अमर गाथाएँ बन गए।
उनकी हर बूंद यही संदेश सुनाती है,
मातृभूमि से ऊँचा कोई संबंध नहीं होता है।
अगर राष्ट्रपथ पर जीवन बलिदान करना पड़ेगा,
तो मुस्कुराकर हर न्यौछावर निभाना पड़ेगा।
इस पावन धरा से रिश्ता इतना गहरा है,
कि हर श्वास में इसकी सुगंध बसा हुआ है।
ये भूमि मेरा गौरव, मेरा सच्चा सहारा है,
इसके नाम ही मेरा हर स्वप्न और नज़ारा है।
चाहे जीवन बीते या तन मिट्टी में मिल जाए,
मेरा अस्तित्व सदा वतन का तराना बन जाए।
तिरंगे की उड़ान में उमंग का सागर उठता है,
हर धड़कन में मातृभूमि का उत्साह बसता है।
हम बलिदान की मशाल हर दिल में जलाएँगे,
और शांति का दीप इस धरती पर फैलाएँगे।
शहीदों की धरोहर से हर कोना महकेगा,
उनकी कथा युगों-युगों तक गाई जाएगी।
जो देश के लिए जीवन अर्पित कर जाते हैं,
उनका नाम इतिहास में अमर कहलाता है।
जब तक प्राण इस देह में चलते रहेंगे,
देश के लिए ही प्रार्थनाएँ उठती रहेंगी।
चाहे आँधी आए या आकाश में बादल छा जाए,
भारत का ध्वज सदा ऊँचा लहराए।Attitude
इस मिट्टी से जो जुड़ाव है, वो अनमोल खज़ाना है,
हर नाते से बढ़कर इसका बंधन सुहाना है।
जो इस ज़मीं पर जीता और यहीं समा जाता है,
वही सच्चे अर्थों में तिरंगे की गरिमा कहलाता है।
Desh bhakti Attitude shayari 2 line:-
इस धरती से मेरा नाता कोई मामूली नहीं,
इसकी महक ही मेरी रूह की असली निशानी है।
अगर मातृभूमि की राह में प्राण अर्पण करने पड़ें,
तो तिरंगे की छाया में सोना ही मेरी सबसे बड़ी कहानी है।
हमने प्रण किया है परचम कभी न झुकेगा,
हर धड़कन का वचन है कि इसका गौरव ही टिकेगा।
ये भारत हमारी नसों में बसने वाली आन है,
जीवन की अंतिम सांस तक इसकी इज़्ज़त ही हमारी जान है।Attitude

वतन की राह में मिट जाना है मेरी आरज़ू-ए-आख़िरी,
तिरंगे की शान ही है मेरी असली शिनाख़्त की रोशनी।
चलो फिर से जी लें वो मंजर आँखों में उतारकर,
जहाँ शहीदों के दिलों में जलती थी बेख़ौफ़ चिंगारी।
जब तक रगों में देशप्रेम की ज्वाला जलती रहेगी,
दुश्मन की हर चाल नाकाम होकर ही मिटेगी।
शहीदों की मजारों पर हर बरस होगा श्रद्धा का समागम,
उनके बलिदान अमर गाथाओं की तरह गूंजते रहेंगे हर जनम।
देशभक्ति का दीया है सबसे बड़ी ताक़त हमारी,
जिससे हर नागरिक का सीना हो जाता है चौड़ा और भारी।
जो सरहदों पर चौकसी करते हैं वही हैं असली प्रहरी,
उनकी वीरता पर हमें सदियों तक रहेगा मान और गर्व जारी।
खून की हर बूँद ने इस मिट्टी को महकाया है,
और इतराते हुए कहता हूँ यही मेरा भारत, यही मेरा घर है।
हमारी हर सांस इस धरती के नाम है समर्पित,
भारत की आन ही हमारी असली विरासत है लिखित।
तिरंगे की इज़्ज़त पर सब कुछ वार देंगे हम,
वतन की राह में हर कदम बढ़ाते रहेंगे हम।
मिट्टी की ख़ुशबू है हमारी रूह का सुकून,
वतन के लिए जीना और मरना ही है हमारा जुनून।
जब तक साँसों का सिलसिला चलता रहेगा,
तिरंगा आसमान में बेख़ौफ़ लहराता रहेगा।
जो सीमा पर अडिग खड़े हैं वही हमारे सच्चे सहारे हैं,
उनके साहस को सलाम वे देश के अमर सितारे हैं।
अपने दिल में आज ये चिराग़-ए-वफ़ा जला लो,
हर क़तरा-ए-लहू वतन के नाम बेधड़क लुटा दो।

जब तक नसों में रक्त की धारा बहती रहेगी,
देश की रक्षा हर गाथा में प्रतिध्वनित होगी।
इस धरती से जुड़ा स्नेह कभी कम नहीं होगा,
हर बूँद खून तिरंगे की खातिर अर्पित होगी।
जब दिल में मातृभूमि का अलाव जल उठेगा,
तब ही जीवन अपने वास्तविक रंग दिखाएगा।
जो तिरंगे की मान-गौरव पर सिर नहीं झुकाते,
उनकी वीरता का सबक इतिहास में अमर रहेगा।
आसमान में तिरंगा यूँ ही गर्व से लहराता रहेगा,
जब तक साँस है, इसका मान हम बनाए रखेंगे।
देशभक्ति का दीपक हर हृदय में प्रकाशित होगा,
हर हिंदुस्तानी की धड़कन में तिरंगे की गूँज होगी।
इस मिट्टी की खुशबू ही आत्मा का गीत है,
वतन से मोहब्बत सबसे पवित्र अनुराग है।Attitude
तिरंगे की गरिमा में मैं सदा सिर झुकाऊँगा,
और मातृभूमि के लिए स्वयं को पूर्णतः अर्पित कर दूँगा।
इच्छा है कि सीमा पर शहादत का मुकाम प्राप्त हो,
वतन के लिए जीवन न्योछावर करना ही मेरा सर्वोच्च अरमान बने।

दिल में सदैव मातृभूमि का उत्साह जगाए चलते हैं,
हम वही हैं जो तिरंगे के लिए अपनी प्राण-न्यौछावर कर डालते हैं।
भारत माता की सेवा ही परम धर्म है,
देश की रक्षा में अपना जीवन अर्पित करना सर्वोच्च गर्व है।
ना मिट्टी से ऊपर कोई धरोहर है,
ना भारत माता से ऊपर कोई पूजनीय अस्तित्व है।
देशभक्ति के जज़्बे में हर दिल कुर्बान है,
तिरंगा है मेरी आत्मा, भारत मेरा अभिमान है।
सीमाओं पर जो स्वयं को आग में डाल देते हैं,
वे इस धरती के सच्चे सपूत और अमर रक्षक हैं।
मिट्टी की महक में जो अपने वचन निभाते हैं,
वतन के लिए हर पीड़ा और तकलीफ़ सह लेते हैं।
यह तिरंगा मेरी आन है, मेरा गौरव है,
इसके हर रंग में मेरी ज़िन्दगी का संस्कार बसा है।
जब तक साँसों का सिलसिला जारी रहेगा, लहराएगा तिरंगा,
देश की रक्षा मेरा परम धर्म और जीवन का लक्ष्य है।
जो तिरंगे की गरिमा के लिए प्राण अर्पित कर देते हैं,
वे सच्चे वीर और असली देशभक्त कहलाते हैं।
देशभक्ति का दीपक हर दिल में सदा जलता रहे,
तिरंगे का मान हर क्षण अमिट रूप में दमकता रहे।
वतन के लिए हर सांस मेरी अर्पण है,
हर पल यही प्रार्थना है कि भारत सदा सुरक्षित और गौरवपूर्ण रहे।
तिरंगे से प्रेम ही मेरी पहचान है,
इसकी आन-बान-शान को मैं जीवन पर्यंत संजो कर रखूँगा।
सच्चा देशभक्त वही है जो वतन के लिए जीता है,
जो अंत तक तिरंगे को अपने दिल में सजाए रखता है।
वतन प्रेम पर श्रेष्ठ कविता:-
जब तक रग-रग में रक्त का सरगम बहता रहेगा,
तन की सुरक्षा की गाथा हर दिल में प्रतिध्वनित होती रहेगी।
इस पावन भूमि से मेरा बंधन है अनमोल,
मिट्टी की सुगंध में बसी है मेरी आत्मा की डोरी।
वतन की राह में यदि प्राण भी अर्पित करने पड़ें,
तो प्रसन्नता से तिरंगे की गोद में अंतिम साँस देना हमारा कर्तव्य है।
जो तिरंगे के लिए झुकने को तैयार नहीं हुए,
उनकी गाथा सदियों तक अमर इतिहास में दर्ज रहेगी।
हर साँस में देशभक्ति का दीप जलाकर चलते हैं हम,
वे सपूत हैं, जो वतन के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर देते हैं।
सरहद पर जो मुस्कान के साथ मौत का सामना करते हैं,
वे असली वीर हैं, इस धरती के अडिग रक्षक कहलाते हैं।
तिरंगा है मेरा अभिमान, मेरा गीत, मेरी शान,
इसके हर रंग में बसी है मेरी जीवन यात्रा की पहचान।
जब तक साँसों का सिलसिला जारी रहेगा,
यह परचम नभ की बुलंदियों पर गर्व से लहराएगा।
वतन की मिट्टी में हमारी शक्ति समाहित है,
इससे प्यारा कोई रत्न नहीं, कोई धरोहर नहीं।
हर दर्द को हम श्रद्धा और साहस में बदल देंगे,
वतन के लिए हंसते हुए अपने प्राण अर्पित करेंगे।
शहीदों की कुर्बानी से दमक रहा यह तिरंगा,
उनकी गाथा पीढ़ियों को देशभक्ति का संदेश देती रहेगी।
जो वीर सरहद पर तैनात हैं,
वे भारत की आत्मा और असली गौरव हैं।
दिल में जले देशभक्ति का दीप अनंत काल तक,
हर हिंदुस्तानी की धड़कन में गूंजेगा तिरंगे का नाम।Attitude
जो वतन के लिए शहीद हुए,
उनकी यादें अमर होकर हर दिल में जीवित रहेंगी।
मेरे वतन की मिट्टी में बसी है मेरी आत्मा, मेरा अरमान,
तिरंगा ही मेरा जीने-मरने का सर्वोत्तम पैगाम है।
इस मिट्टी से बड़ा कोई रत्न नहीं,
इस वतन से ऊपर कोई धर्म नहीं।
हमारा यही प्रण है
तिरंगे को कभी झुकने न देंगे,
हर साँस में देशभक्ति को जीवित बनाएंगे,
और इस भारत माता की रक्षा में अपना सर्वस्व अर्पित कर देंगे।

जब तक रग-रग में रक्त की धारा बहेगी,
वतन की सुरक्षा की गूँज हर दिल की दास्तान बनेगी।
इस पवित्र धरती से जुड़ा मेरा बंधन अनमोल है,
मिट्टी की खुशबू में रची-बसी है मेरी आत्मा की ज्योति।
वतन के लिए प्राणों का बलिदान देना हमारा कर्तव्य है,
क्योंकि तिरंगे की गोद में सिमटना ही सर्वोच्च उद्देश्य है।
जो तिरंगे के सम्मुख कभी झुके नहीं,
उनकी बहादुरी सदियों तक प्रेरणा का दीपक जलाएगी।
हर दिल में जलता है देशभक्ति का उजाला,
हर साँस में वतन का नाम और फर्ज का उत्साह है।
सरहद पर जो मुस्कान के साथ मौत को अपनाते हैं,
वे असली सपूत हैं, देश के अडिग प्रहरी और शान के प्रहरी हैं।
तिरंगा है मेरा अभिमान, मेरा गीत, मेरी पहचान,
इसके हर रंग में बसी है मेरी आत्मा की कहानी।
जब तक साँसों का प्रवाह रहेगा,
यह परचम गर्व से गगन में ऊँचा लहराता रहेगा।
वतन की मिट्टी में समाई है हमारी शक्ति और आत्मा,
इससे बड़ा कोई रत्न नहीं, कोई विरासत नहीं।
हर पीड़ा को हम साहस में बदल देंगे,
वतन के लिए हंसकर अपनी आखिरी आहुति देंगे।
शहीदों की कुर्बानी से महकता है यह तिरंगा,
उनकी गाथा हर पीढ़ी को देशभक्ति का संदेश देती रहेगी।
जो वीर सरहद पर अपने प्राण न्यौछावर करते हैं,
वे भारत के सच्चे प्रहरी और अमूल्य रत्न हैं।
हर हिंदुस्तानी के दिल में जले देशभक्ति का दीप,
हर साँस में गूंजे तिरंगे का गौरवमय नाम।
जो मिट गए वतन की खातिर,
उनकी गाथाएँ अमर बनकर हर दिल में बस जाएंगी।
मेरे वतन की मिट्टी में बसी है मेरी आत्मा, मेरा सपना,
तिरंगा ही मेरा जीने-मरने का सर्वोच्च पैगाम है।
इस मिट्टी से बड़ा कोई रत्न नहीं,
इस वतन से ऊपर कोई धर्म नहीं।
हमारा यही प्रण है
तिरंगे को कभी झुकने न देंगे,
हर साँस में देशभक्ति को अमर बनाएंगे,
और भारत माता की रक्षा में अपना सर्वस्व अर्पित कर देंगे।Attitude
वीरों के प्रेरक विचार

महात्मा गांधी:-
“तुम्हारे मन के विचार ही तुम्हारे चरित्र की रूपरेखा रचते हैं। यदि तुम इस दुनिया में परिवर्तन चाहते हो, तो सबसे पहले अपने भीतर वह परिवर्तन लाओ।”
भगत सिंह:-
“विकास और उन्नति के बिना कोई राष्ट्र सच्ची आज़ादी का अनुभव नहीं कर सकता। अपने जीवन को अपने मजबूत विश्वासों पर आधारित करो, न कि दूसरों की सोच पर।”
सुभाष चंद्र बोस:-
“महान कार्य केवल त्याग और कठिन परिश्रम से ही साकार होते हैं। हर कठिनाई को पार करते हुए स्वतंत्रता के पथ पर दृढ़ता से बढ़ते रहो।”
बाल गंगाधर तिलक:-
“स्वतंत्रता का असली मूल्य वही समझ सकता है जिसने इसके लिए अपने प्राणों की बलि दी हो। यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है, जिसे प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयत्न करते रहना चाहिए।

चंद्रशेखर आजाद:-
“यदि मातृभूमि की रक्षा हेतु अपने प्राणों की आहुति देनी पड़े, तो इससे बड़ा कोई सम्मान नहीं हो सकता। स्वतंत्रता आसानी से नहीं मिलती, इसे संघर्ष और दृढ़ निश्चय से प्राप्त किया जाता है।”
लाल बहादुर शास्त्री:-
“देश की सेवा और भलाई से ऊपर कोई धर्म नहीं है। यदि आप अपने जीवन में महानता पाना चाहते हैं, तो पहले अपने देश के हित के बारे में विचार करें और उस पर कार्य करें।”
सरदार वल्लभभाई पटेल:-
“सच्चा देशभक्त वह है जो व्यक्तिगत स्वार्थों को त्याग कर राष्ट्र निर्माण में योगदान दे। देश की प्रगति में प्रत्येक नागरिक की भागीदारी अनिवार्य है।”
पंडित जवाहरलाल नेहरू:-
“हर महान सपना उसी व्यक्ति के मन में जन्म लेता है जो उसे पूरा करने का साहस रखता है। जब तक हम अपने दृष्टिकोण को उच्च नहीं करते, वास्तविक स्वतंत्रता हमें प्राप्त नहीं हो सकती।”
रानी लक्ष्मीबाई:-
“अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करना प्रत्येक नागरिक का सर्वोच्च कर्तव्य है। भय को त्याग कर संघर्ष करना ही वास्तविक वीरता है।”
विनायक दामोदर सावरकर:-
“यदि लक्ष्य महान है, तो मार्ग में आने वाली कठिनाइयाँ महत्वहीन हो जाती हैं। सच्चा साहस वह है जो हर चुनौती से जूझने की प्रेरणा देता है।”
अशफाक उल्ला खान:-
“माँ भारती की धरती में वह शक्ति निहित है, जो किसी अन्य स्थान में नहीं मिलती। देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देना ही सबसे बड़ा गौरव है।”
राजगुरु:-
“स्वतंत्रता का अर्थ केवल स्वयं के लिए जीना नहीं है, बल्कि उन सभी के लिए जीना है जिन्होंने अपने प्राण देश के लिए न्योछावर कर दिए।”
अरविंदो घोष:-
“हम जो सोच सकते हैं, उसे हम निश्चित रूप से पूरा कर सकते हैं। यदि आपके भीतर आत्म-विश्वास है, तो कोई भी शक्ति आपको रोक नहीं सकती।

वीर सावरकर:-
“जो अपने देश के लिए प्राणों की आहुति देने का अपार साहस रखता है, वही असली नायक कहलाता है। मातृभूमि की सेवा में अपने सम्पूर्ण अस्तित्व को न्योछावर करना सर्वोच्च धर्म है।”
बिपिन चंद्र पाल:-
“स्वतंत्रता की वास्तविक ताकत हृदयों में उत्पन्न होती है। जो व्यक्ति अपने विश्वास और दृढ़ संकल्प पर अटल रहता है, वही सच्ची आज़ादी का अनुभव कर सकता है।”
